2278 Gita Dainandini (Gita Press Diary 2025) by Gita Press, Gorakhpur
गीता-दैनन्दिनी के प्रकाशन का मुख्य उद्देश्य जन जन में गीता के स्वाध्याय का प्रचार करना तथा जन- मानस को गीता के नित्य पाठके लिये प्रेरित करना है। गीता सर्वशास्त्रमयी है। इसमें समस्त शास्त्रों का सार भरा है। इसलिये गीता का भलीभाँति ज्ञान हो जाने पर सब शास्त्रों का ज्ञान अपने-आप हो जाता है। गीता का नित्य पारायण करने वाला मनुष्य अपने साथ-साथ अन्य लोगों के लिये भी मुक्ति का द्वार खोल देता है। वास्तव में गीता-पाठ के समान संसार में यज्ञ, दान, तप, तीर्थ, व्रत, संयम और उपवास कुछ भी नहीं है। क्योंकि गीता भगवान्की श्वास, हृदय और भगवान्की वाङ्मयी मूर्ति है।
यद्यपि गीता-पाठ के लिये गीताप्रेस से गीता के अनेक संस्करण प्रकाशित हैं। किन्तु गीता-दैनन्दिनी का यह संस्करण प्रतिदिन गीता-अभ्यास तथा अपने पारमार्थिक विचारों को उसमें संकलित करने के प्रमुख उद्देश्य से ही प्रकाशित किया जाता है। इसके अतिरिक्त यह अनेक कल्याणकारी लेखों, संक्षिप्त-पंचांग, व्रत पर्व आदि अनेक व्यवहारोपयोगी सामग्री से सुसज्जित होने के कारण सब के लिये नित्य उपयोगी है।
The main purpose of the publication of Gita-Dainandini (Gita Daily Dairy) is to propagate the self-study of the Gita among the masses and to inspire the public mind the continually reading of the Gita. The Gita is omniscient. It contains the essence of all scriptures. Therefore, once the knowledge of the Gita is well known, the knowledge of all the scriptures becomes automatic. A person who is constantly passing the Gita opens the door to salvation for himself as well as other people. In fact, there is nothing like Yajna, charity, penance, pilgrimage, fasting, abstinence, and fasting in the world as in the Gita text. Because Gita is Goddess breathing, heart, and Goddess Vamayi idol.
Although many editions of Gita have been published for Gita text. But this edition of Gita-Dainandini (Gita Daily Dairy) is published every day with the main aim of practicing Gita and compiling our traditional thoughts on it. Apart from this, it is extremely useful for everyone due to being equipped with many useful articles such as welfare articles, abridged panchang, fasting festival, etc.
Reviews
There are no reviews yet.