रामरक्षास्तोत्रम् Ram Rakshastotram

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रामरक्षास्तोत्रम् Ram Rakshastotram in Sanskrit with Hindi Translation. आस्था और श्रद्धा के साथ नियमित रूप से सुबह पाठ करने से प्रभु श्री राम की कृपा सदैव साधक पर बनी रहती है | Published by Gita Press, Gorakhpur

‘रामरक्षाकवच’ की सिद्धि की विधि

नवरात्रमें प्रतिदिन नौ दिनोंतक ब्राह्म-मुहूर्तमें नित्य कर्म तथा स्नानादिसे निवृत्त हो शुद्ध वस्त्र धारणकर कुशाके आसनपर सुखासन लगाकर बैठ जाइये। भगवान् श्रीरामके कल्याणकारी स्वरूपमें चित्तको एकाग्र करके इस महान् फलदायी स्तोत्र का कम-से-कम ग्यारह बार और यदि यह न हो सके तो सात बार नियमित रूप से प्रतिदिन पाठ कीजिये। पाठ करनेवालेकी श्रीरामकी शक्तियोंके प्रति जितनी अखण्ड श्रद्धा होगी, उतना ही फल प्राप्त होगा । वैसे ‘रामरक्षाकवच” कुछ लंबा है, पर इस संक्षिप्तरूपसे भी काम चल सकता है। पूर्ण शान्ति और विश्वाससे इसका जाप होना चाहिये, यहाँतक कि यह कण्ठस्थ हो जाय।

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