Manas Stuti Sangrah

15.00

1214 Manas Stuti Sangrah in Hindi with pictures by Gita Press Gorakhpur.

श्री रामचरितमानस में स्थान-स्थान पर प्रयोग की गयी स्तुतियों की उपासना की दृष्टि से महत्ता अतुलनीय है। इस आवश्यकता की पूर्ति के लिये श्रीरामचरितमानस में ब्रह्मादि देवताओं, अम्बा कौसल्या, भगवती सीता, महर्षि अत्रि, गीधराज जटायु, भगवान् शिव तथा वेदों के द्वारा समय समय पर की गयी भगवान् श्रीराम की स्तुतियों के साथ भगवान् शिव की स्तुति का प्रस्तुत पुस्तक में संग्रह किया गया है। प्रत्येक स्तुति के साथ प्रसंगानुकूल चित्र भी संलग्न है।

 

श्री रामचरितमानस में स्थान-स्थान पर प्रयोग की गयी स्तुतियों की उपासना की दृष्टि से महत्ता अतुलनीय है। इस आवश्यकता की पूर्ति के लिये श्रीरामचरितमानस में ब्रह्मादि देवताओं, अम्बा कौसल्या, भगवती सीता, महर्षि अत्रि, गीधराज जटायु, भगवान् शिव तथा वेदों के द्वारा समय समय पर की गयी भगवान् श्रीराम की स्तुतियों के साथ भगवान् शिव की स्तुति का प्रस्तुत पुस्तक में संग्रह किया गया है। प्रत्येक स्तुति के साथ प्रसंगानुकूल चित्र भी संलग्न है।