141 Srimad Goswami Tulsidas Ji’s Sri Ramcharitmanas’s Aranya, Kishkindha, Sundarkand with Hindi Translation by Gita Press, Gorakhpur
श्रीमद गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा विरचित श्री रामचरित मानस में प्रथम काण्ड -बाल कांड है, द्वितीय काण्ड – अयोध्या कांड है इसी प्रकार तृतीय -अरण्य, चतुर्थ -किष्किन्धा ,पंचम – सुन्दरकाण्ड है | प्रस्तुत पुस्तक गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित है तथा इसमें तृतीय -अरण्य, चतुर्थ -किष्किन्धा ,पंचम – सुन्दरकाण्ड दिया गया है जो की हिंदी अनुवाद के साथ है | पाठको के आवश्यकता के लिए गीता प्रेस द्वारा अन्य काण्ड भी अलग -अलग प्रकाशित किये गए है |
Reviews
There are no reviews yet.