185 Bhaktraj Hanuman ( Adarsh Charitmala -1 ) by Gita Press, Gorakhpur
यह ‘आदर्श चरितमाला’ का प्रथम पुष्य ‘भक्तराज हनुमान ‘ है। इसमें की अधिकांश बातें तो वाल्मीकीय रामायण, अध्यात्मरामायण, रामचरितमानस, पद्मपुराण और ब्रह्माण्डपुराण आदि ग्रन्थों से ली गयी हैं। कुछ बातें परम्परा से सुनी हुई है। सम्भव है वे भी किसी ग्रन्थ में हो। आशा है, पाठक भक्त प्रवर श्रीहनुमान्जी के पवित्र पुण्य-जोवन को पढ़कर प्रसन्न होंगे।
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